अध्याय 4: गतिमान आवेश और चुम्बकत्त्व

 

1. एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है –

  • सीधे धारावाही तार से
  • वृत्तीय लूप में धारा के प्रवाह से उसके केन्द्र पर
  • वृत्तीय लूप में धारा के प्रवाह से उसकी अक्ष पर
  • परिनालिका में धारा के प्रवाह से उसके भीतर

उत्तर

परिनालिका में धारा के प्रवाह से उसके भीतर

2. एक गैलवेनोमीटर को वोल्टमीटर में परिवर्तित किया जा सकता है –

  • समानांतर में उच्च प्रतिरोध
  • श्रेणी क्रम में उच्च प्रतिरोध
  • श्रेणी क्रम में निम्न प्रतिरोध
  • समानांतर क्रम में उच्च प्रतिरोध

उत्तर

श्रेणी क्रम में उच्च प्रतिरोध

3. चुम्बकीय बल क्षेत्र का S.I. मात्रक होता है –

  • वेबर
  • टेसला
  • गाँस
  • इनमें से कोई नहीं

उत्तर

टेसला

4. एक आदर्श वोल्टमीटर का प्रतिरोध होता है –

  • कम
  • धिक
  • अनंत
  • शून्य

उत्तर

शून्य

5. एक गैलवेनोमीटर को आमीटर में बदलने के लिए जोड़ा जाता है –

  • समानांतर में निम्न प्रतिरोध
  • श्रेणी में उच्च प्रतिरोध
  • श्रेणी में निम्न प्रतिरोध
  • समानांतर में उच्च प्रतिरोध

उत्तर

समानांतर में निम्न प्रतिरोध

6. लॉरेन्ज बल की दिशा ज्ञात करने का नियम है –

उत्तर

फ्लेमिंग का बाएँ हाथ का नियम

7. त्वरित आवेश उत्पन्न करती है –

उत्तर

विद्युत चुम्बकीय तरंग

8. एक आदर्श आमीटर का प्रतिरोध होता है-

उत्तर

शून्य

9. एक वोल्टमीटर को आमीटर में बदला जा सकता है –

उत्तर

इसके समानांतर क्रम में निम्न प्रतिरोध को जोडकर

10. जब किसी आम्मापी को शंट किया जाता है तो इसकी सीमा क्षेत्र –

उत्तर

बढ़ती है

11. त्वरित आवेश उत्पन्न करती है

उत्तर

विद्युत चुम्बकीय तरंग

12. 1 ऐम्पियर परिसर सीमा के एक आम्मापी के प्रतिरोध 0.9 Ω है. जिसका परिसर 10 ऐम्पियर करने के लिए आवश्यक शंट होगा

13. धारावाही वृत्तीय कुंडली के केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र रहता है

उत्तर

कुण्डली के तल के लम्बवत्

14. एक तार में विद्युत् धारा पश्चिम से पूर्व की ओर प्रवाहित हो रही है जो कि उत्तर की ओर दिष्ट चुम्बकीय क्षेत्र में रखा है तो तार पर कार्यशील बल की दिशा होगी

उत्तर

ऊर्ध्वाधर ऊपर की ओर

15. एक गैलवेनोमीटर को वोल्टमीटर में परिवर्तित किया जा सकता है-

उत्तर

श्रेणी क्रम में उच्च प्रतिरोध

16. एक आदर्श आमीटर का प्रतिरोध होता है-

उत्तर

शून्य

17. चुम्बकीय बल क्षेत्र का S.I. मात्रक होता है

उत्तर

टेसला

18. किसी ऊर्ध्वाधर तार में विद्युत धारा का प्रवाह नीचे से ऊपर की ओर हो रहा है। यदि किसी इलेक्ट्रॉन पुंज को क्षैतिजत: तार की ओर भेजा जाय तो उसमें विक्षेप होगा

उत्तर

ऊपर की ओर

19. 30°C पर आवेशित कण चुम्बकीय क्षेत्र में प्रवेश करता है। उसका पथ हो जाता है

उत्तर

हेलिकल

20. विद्युत् धारा के चुम्बकीय प्रभाव की खोज की थी

उत्तर

ऑस्ट्रेड ने

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