1. बोल्शेविक क्रांति कहाँ हुई थी ?
- रूस
- फ्रांस
- इंग्लैण्ड
- जापान
उत्तर
रूस
2. शीतयुद्ध काल में दूसरी दुनियाँ के देश किस सैनिक सन्धि संगठन से जुड़े थे ?
- नाटो
- वारसा पैक्ट
- बगदाद पैक्ट
- सीटो
उत्तर
सीटो
3. बोल्शेविक क्रांति कब हुई थी ?
4. जर्मनी का एकीकरण कब हुआ ?
5. सोवियत संघ में कितने संघीय गणराज्य थे ?
6. 1917 में रूस में समाजवादी गणराज्य की स्थापना किसने की थी ?
- कार्ल मार्क्स
- स्टालिन
- लेनिन
- खुश्चेव
उत्तर
लेनिन
7. सोवियत संघ के अन्तिम राष्ट्रपति कौन थे ?
- खुश्चेव
- ब्रेझनेव
- मिखाइल गोर्बाचेव
- बोरिस येल्तसिन
,
उत्तर
मिखाइल गोर्बाचेव
8. शॉक थेरेपी को कब अपनाया गया ?
9. गोर्बाचेव ने सोवियत संघ के राष्ट्रपति पद से कब इस्तीफा दिया ?
- 25 दिसम्बर
- 25 जनवरी
- 20 दिसम्बर
- 25 सितम्बर
उत्तर
25 दिसम्बर
10. ताशकन्द किस देश की राजधानी है ?
- उज़्बेकिस्तान
- कजाखस्तान
- यूक्रेन
- रूस
उत्तर
उज़्बेकिस्तान
11. शीतयुद्ध का प्रतीक बर्लीन की दीवार पूर्वी जर्मनी द्वारा कब गिराया गया ?
- 1979 ई० में
- 1990 ई० में
- 1989 ई० में
- इनमें से कोई नहीं
उत्तर
1989 ई० में
12. बर्लिन की दीवार कब बनी थी ?
13. 150 किमी लम्बी बर्लिन दीवार कब बनायी गई थी ?
- सन् 1800 में
- सन् 1861 में।
- सन् 1951 में
- सन् 1961 में
उत्तर
सन् 1951 में
14. बर्लिन की दीवार कब गिराई गई थी ?
15. किस वर्ष की समाजवादी क्रांति के पश्चात् यू. एस. एस. आर. अस्तित्व में आया?
- सन् 1927
- सन् 1979
- सन् 1917
- सन् 1919
उत्तर
सन् 1917
16. सोवियत संघ में द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद –
- दो दलीय शासन व्यवस्था हुई
- एक दलीय शासन व्यवस्था हुई
- बहुदलीय शासन व्यवस्था हुई
- पूजीवादी शासन व्यवस्था हुई
उत्तर
एक दलीय शासन व्यवस्था हुई
17. सोवियत संघ ने कब अफगानिस्तान में हस्तक्षेप किया ?
- 1979 ई०
- 1989 ई०
- 1990 ई०
- 1969 ई०
उत्तर
1979 ई०
18. द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद अमेरिका को छोड़कर सोवियत रूस की आर्थिक व्यवस्था और संचार प्रणाली विश्व में –
- सर्वाधिक थी
- सबसे कम थी
- नहीं के बराबर थी
- इनमें से कोई नहीं
उत्तर
सर्वाधिक थी
19. सोवियत संघ के विघटन का क्या परिणाम हुआ?
- दूसरी दुनियाँ का अंत
- प्रथम दुनियाँ का अंत
- शीतयुद्ध का आरम्भ
- संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना
उत्तर
दूसरी दुनियाँ का अंत
20. शॉक थेरेपी का क्या परिणाम हुआ?
- पूर्वी देशों में शांति स्थापित हुई
- कई देशों की मुद्रा का मूल्य बढ़ गया
- पूँजीवादी देश गरीब हो गये
- साम्यवादी देशों के उद्योग चौपट हो गये
उत्तर
साम्यवादी देशों के उद्योग चौपट हो गये