अध्याय 10: तरंग – प्रकाशिकी

 

1. सौर प्रकाश में उपस्थित काली रेखाओं को कहा जाता है –

  • फ्रॉन हॉफर रेखाएँ
  • टेल्यूरिक रेखाएँ
  • दोनों
  • इनमें से कोई नहीं

उत्तर

फ्रॉन हॉफर रेखाएँ

2. इन्द्रधनुष प्राकृतिक उदाहरण है।

  • अपवर्तन का
  • परावर्तन का
  • अपवर्तन, परावर्तन एवं वर्ण विक्षेपण
  • इनमें से कोई नहीं

उत्तर

अपवर्तन, परावर्तन एवं वर्ण विक्षेपण

3. प्रकाश तंतु संचार निम्न में से किस घटना पर आधारित है?

  • पूर्ण आन्तरिक परावर्तन
  • प्रकीर्णन
  • परावर्तन
  • व्यतिकरण

उत्तर

पूर्ण आन्तरिक परावर्तन

4. प्रकाश किस प्रकार के कंपनों से बनती है?

  • ईथर-कण
  • वायु-कण
  • विद्युत् और चुम्बकीय क्षेत्र
  • इनमें से कोई नहीं

उत्तर

विद्युत् और चुम्बकीय क्षेत्र

5. निम्नलिखित में किसे प्रकाश के तरंग-सिद्धांत से नहीं समझा जा सकता है?

  • परावर्तन
  • अपवर्तन
  • विवर्तन
  • प्रकाश-विद्युत प्रभाव

उत्तर

प्रकाश-विद्युत प्रभाव

6. द्वितीयक तरंगिकाओं की धारणा के आविष्कारक हैं?

उत्तर

घटता है

7. विद्युत-चुम्बकीय तरंग को ध्रुवित किया जा सकता है?

उत्तर

पोलैरॉइड

8. शुद्ध स्पेक्ट्रम प्राप्त किया जाता है?

उत्तर

स्पेक्ट्रोमीटर से

9. आसमान का रंग नीला दिखने का कारण है –

उत्तर

प्रकीर्णन

10. प्रकाश किरणों के तीखे कोट पर मुड़ने की घटना को कहते हैं –

उत्तर

विवर्तन

11. यदि एक पतली पारदर्शक सीट को यंग द्वि-स्लिट के सामने रखा जाय तो फ्रिन्ज की चौड़ाई-

उत्तर

अपरिवर्तित रहेगी

12. यंग के प्रयोग में यदि प्रकाश की तरंग-लम्बाई दुगुना कर दिया जाय तो फ्रिन्ज की चौड़ाई-

उत्तर

दुगुनी हो जाएगी

13. ध्रुवणकोण की स्पर्शज्या पदार्थ के अपवर्तनांक के बराबर होती है। यह नियम कहलाता है-

उत्तर

ब्रूस्टर के नियम

14. प्रकाश के तरंग गति-सिद्धान्त के अनुसार, प्रकाश के वर्ण के निर्यायक-

उत्तर

आवृत्ति

15. ‘हाइजेन के द्वितीयक तरंग के सिद्धांत का व्यवहार होता है-

उत्तर

तरंगान के ज्यामितीय नये स्थान प्राप्त करने में

16. साबुन का बुलबुला प्रकाश में रंगीन दिखता है जिसका कारण है-

उत्तर

प्रकाश का व्यतिकरण

17. फ्रान्हॉफर विवर्तन में प्रकाश के स्रोत रखे जाते हैं अवरोध से-

उत्तर

अनन्त दूरी पर

18. सौर स्पेक्ट्रम में बैंगनी रंग से लाल रंग की ओर-

उत्तर

विचलन घटता है और अपवर्तनांक भी घटता है

19. मृगमरीचिका का कारण है-

उत्तर

अपवर्तन और पूर्ण आंतरिक परावर्तन

20. एक ऐसी परिघटना जो यह प्रदर्शित करती है कि कोई तरंग अनुप्रस्थ है, वह है:

उत्तर

ध्रुवण

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