अध्याय-10: आओ, मिलकर बचाएँ

 

1 . आओ , मिलकर बचाएँ ‘ कविता में किस समाज की बुराईयों की ओर संकेत किया गया है ?

  • विदेश समाज
  • आदिवासी समाज
  • महानगरीय समाज
  • ब्राह्मण समाज

उत्तर

आदिवासी समाज

2. कवयित्री निर्मला पुतुल ने क्या बचाने का आह्वान किया है

  • थोड़ा – सा विश्वास
  • थोड़ी – सी उम्मीद
  • थोड़े – से सपने
  • इनमें सभी

उत्तर

थोड़ा – सा विश्वास

3. ‘निर्मला ‘ पुतुल ‘ का जन्म किस परिवार में हुआ था ?

  • ईसाई परिवार
  • पंजाबी परिवार
  • आदिवासी परिवार
  • मुस्लिम परिवार

उत्तर

आदिवासी परिवार

4. “आओ मिलकर बचाएँ ” कविता का हिन्दी रूपांतर किसने किया है ?

  • निर्मल सिंह
  • अशोक सिंह
  • निर्मल वर्मा
  • रंजीत सिंह

उत्तर

अशोक सिंह

5. “आओ मिलकर बचाएँ ” कविता के अनुसार रोने के लिए कितना एकांत बचना चाहिए ?

  • अधिक लंबा
  • झोलीभर
  • मुट्ठीभर
  • बोरीभर

उत्तर

झोलीभर

6. “अपने चेहरे पर संथाल परगना की माटी का रंग ” पंक्ति का आशय है –

उत्तर

संथाल परगना का स्वाभाविक चेहरा

7. “आओ मिलकर बचाएँ ” कविता में कवयित्री ने अपनी बस्तियों को किससे बचाने हेतु प्रेरित किया है ?

उत्तर

इनमें में सभी

8. ‘आओ , मिलकर बचाएँ ‘ कविता के रचयिता है –

उत्तर

निर्मला पुतुल

9. ‘आओ , मिलकर बचाएँ ‘ कविता में भाषण में झारखंडीपन का क्या अभिप्राय है ?

उत्तर

झारखंड के लोगों की स्वाभाविक बोली

10. आओ , मिलकर बचाएँ ‘ कविता मूल रूप में किस भाषा में लिखी गई है ?

उत्तर

संथाली

11. कवयित्री ने वर्तमान दौर को क्या कहा है ?

उत्तर

अविश्वास भरा

12. शहरी संस्कृति के प्रभाव में आकर किन लोगों की दिनचर्या में ठहराव आ गया है?

उत्तर

झारखंड के लोगों की

13. कवयित्री किसे अमर्यादित होने से बचाने का आह्वान करती हैं?

उत्तर

अपनी संस्कृति को

14. प्रस्तुत अवतरण में कवयित्री ने किसके प्रति चिंता उजागर की है ?

उत्तर

संथाली के प्रति

15. शहर का वातावरण कैसा होता है?

उत्तर

प्रदूषित

16. प्रकृति के विनाश के कारण कौन अपना आस्तित्व खोते जा रहे हैं?

उत्तर

आदिवासी

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